
चित्तौड़गढ़।
विश्व प्रसिद्ध श्री सांवलिया सेठ मंदिर में भक्तों की आस्था ने एक बार फिर नया कीर्तिमान रच दिया है। अप्रैल महीने में मंदिर को कुल 25 करोड़ 13 लाख 64 हजार 699 रुपए की चढ़ावा राशि प्राप्त हुई है, जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इस ऐतिहासिक चढ़ावे में 1 किलो सोना और 95 किलो चांदी भी शामिल है, जिससे मंदिर में हर्ष का माहौल है।
भंडार से 5 चरणों में हुई गिनती
मंदिर प्रशासन ने 26 अप्रैल को भंडार खोला था, जिसके बाद चढ़ावे की गिनती चरणबद्ध तरीके से की गई। बुधवार तक 22 करोड़ 6 लाख 8 हजार 761 रुपए की गिनती पूरी हो चुकी थी। इसके बाद गुरुवार को हुए पांचवें और अंतिम चरण में 40 लाख 58 हजार 761 रुपए और जोड़े गए।
चार बार खुला भंडार, हर बार भक्तों का उमड़ा सैलाब
वर्ष 2025 में अब तक चार बार भंडार खोला गया है और हर बार भक्तों की ओर से रिकॉर्ड तोड़ चढ़ावा देखने को मिला है। अप्रैल में मिली कुल राशि में नकद, ऑनलाइन दान और मनीऑर्डर शामिल हैं। यह दर्शाता है कि डिजिटल युग में भी सांवलिया सेठ के प्रति श्रद्धा हर माध्यम से व्यक्त की जा रही है।
पिछला रिकॉर्ड टूटा
इससे पहले दिसंबर 2024 में 23 करोड़ 19 लाख 8 हजार 764 रुपए का चढ़ावा आया था, जो अब तक की सबसे बड़ी राशि मानी जा रही थी। लेकिन इस बार अप्रैल माह में भक्तों की भक्ति और उदारता ने नया इतिहास रच दिया है।
सोना-चांदी का चढ़ावा भी अभूतपूर्व
गिनती के दौरान भंडार से 1 किलो सोना और 95 किलो चांदी प्राप्त हुई है। यह कीमती धातुएं भी मंदिर की समृद्धि और श्रद्धालुओं के विश्वास की प्रतीक हैं। मंदिर ट्रस्ट अब इस राशि और धातुओं का उपयोग धार्मिक कार्यों, सेवा योजनाओं और मंदिर विस्तार में करेगा।
मंदिर ट्रस्ट की ओर से आभार
श्री सांवलिया सेठ मंदिर ट्रस्ट ने देशभर के श्रद्धालुओं का आभार जताते हुए कहा है कि यह चढ़ावा भक्तों की आस्था और सेवा भावना का परिचायक है। ट्रस्ट इस राशि का सदुपयोग सामाजिक और धार्मिक कार्यों में करेगा।
श्री सांवलिया सेठ मंदिर में चढ़ावे का यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड यह साबित करता है कि श्रद्धा में कोई कमी नहीं है। यह मंदिर केवल भक्ति का केंद्र नहीं, बल्कि जनसेवा और सामाजिक कार्यों का भी प्रमुख स्थल बनता जा रहा है।