✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा

नई दिल्ली/सोजत, 9 मई:
भारत-पाक तनाव के बीच देशभर में लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा था कि क्या युद्ध जैसे हालात के कारण सब्जियों, दालों और जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति पर असर पड़ेगा? लेकिन अब सरकार ने इस पर बड़ा बयान देते हुए देशवासियों को राहत दी है। कृषि मंत्रालय और सरकारी सूत्रों ने साफ कर दिया है कि देश में खाद्यान्न भंडारण भरपूर है और किसी भी प्रकार की किल्लत की कोई संभावना नहीं है।
सरकार की बड़ी घोषणा: कोई कमी नहीं होने देंगे
सरकारी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि दालों, सब्जियों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर गहन निगरानी रखी जा रही है। यदि आवश्यक हुआ तो सप्लाई चेन को और मजबूत किया जाएगा, ताकि हर शहर, हर गांव तक जरूरत का सामान समय पर पहुंच सके।
कृषि मंत्रालय का भरोसा: “हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे”
कृषि मंत्रालय ने एक बयान में कहा,
“देश में अन्न के भंडार पूरी तरह से भरे हुए हैं। फल और सब्जियों की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। एक तरफ जहां जवान सीमा पर तैनात हैं, वहीं किसान खेतों में जुटे हुए हैं। सरकार और मंत्रालय हर मोर्चे पर मुस्तैद हैं और नागरिकों को किसी भी आवश्यक वस्तु की कमी नहीं होने दी जाएगी।”
काला बाजारी और जमाखोरी पर भी सख्ती
सरकार ने यह भी संकेत दिए हैं कि यदि किसी राज्य में जमाखोरी या काला बाजारी की शिकायत मिली, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए राज्य सरकारों को भी सतर्क किया गया है और निगरानी तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है।
बाजारों में हलचल सामान्य, अफवाहों से बचने की अपील
देश के कई हिस्सों से खबर है कि लोग अफवाहों के कारण सब्जियों और दालों का अधिक मात्रा में स्टॉक करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और सामान्य रूप से ही खरीदारी करें।
भारत-पाक तनाव के माहौल में यह सरकारी बयान जनता के लिए बड़ी राहत है। सरकार का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं, सप्लाई सिस्टम पूरी तरह से कार्यशील है और किसानों के अथक परिश्रम से देश का अन्न भंडार भरा हुआ है। इस स्थिति में अफवाहों पर ध्यान देने के बजाय सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना ही बुद्धिमानी होगी।