वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
चुरू, सोनियासर मिठिया:
जिले के सोनियासर मिठिया गांव में खेत के कट्टानी रास्ते को लेकर दो पड़ोसियों के बीच लंबे समय से चल रहा विवाद आखिरकार गिरफ्तारी तक जा पहुंचा। खेत से गुजरने वाले सार्वजनिक रास्ते को जबरन बंद करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने प्रशासनिक आदेश की अवहेलना करने और झगड़े की स्थिति उत्पन्न करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, गांव निवासी एक किसान ने अपने खेत से गुजरने वाले पारंपरिक रास्ते को रोके जाने की शिकायत की थी। इस पर संबंधित तहसीलदार ने राजस्व टीम को मौके पर भेजा। राजस्व अधिकारियों ने गांव पहुंचकर रास्ता खुलवाया और पुराने नक्शों के अनुसार रास्ते की स्थिति स्पष्ट की। हालांकि, प्रशासनिक कार्रवाई के बावजूद आरोपी ने उसी रात रास्ते को फिर से बंद कर दिया।
पीड़ित ने बताया कि रास्ता देने की बात करने पर आरोपी उससे उलझ जाता था और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देता था। ऐसे में गुरुवार को हैड कांस्टेबल बलवीर काजला पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपी को समझाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी झगड़े पर उतारू हो गया। प्रशासनिक आदेश की खुली अवहेलना करने पर पुलिस ने सख्त रुख अपनाया और 50 वर्षीय मघाराम पुत्र खिराजराम मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने मघाराम को शांतिभंग की आशंका के चलते पाबंद करते हुए थाने लाया। इस कार्रवाई से गांव में हलचल मच गई और लोगों के बीच खेतों से जुड़े रास्तों के अधिकार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
प्रशासन का संदेश स्पष्ट:
इस मामले में प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पारंपरिक आम रास्तों को अवरुद्ध करना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि इससे सामाजिक समरसता भी प्रभावित होती है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाएगी ताकि किसानों को खेती और आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
ग्रामीणों ने जताई संतुष्टि:
ग्रामीणों ने पुलिस व प्रशासन की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि यदि समय रहते ऐसे मामलों में सख्ती न बरती जाए, तो छोटे विवाद भी बड़े संघर्ष का रूप ले सकते हैं। अब उम्मीद है कि पीड़ित को अपने खेत तक निर्बाध रास्ता मिलेगा।