✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई
समाज में पुरुषों की यौन क्षमता को लेकर कई भ्रांतियाँ और सामाजिक दबाव मौजूद हैं। लेकिन जब कोई पुरुष यौन रूप से सक्रिय नहीं हो पाता या उसमें इच्छा की कमी पाई जाती है, तो इसके पीछे कई गहरे कारण होते हैं – जो केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक और हार्मोनल स्तर पर भी असर डालते हैं। यह समस्या सामान्य होते हुए भी अक्सर चुप्पी के घेरे में रहती है। आज हम इस गंभीर विषय पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं।
1. इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile Dysfunction – ED):
यह यौन अक्षमता की सबसे सामान्य स्थिति है जिसमें पुरुष या तो इरेक्शन प्राप्त नहीं कर पाता या उसे बनाए रखने में असमर्थ होता है।
कारण:
- ब्लड फ्लो में रुकावट
- तंत्रिका तंत्र की समस्याएं
- हृदय रोग या मधुमेह
- उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल
यह स्थिति पुरुषों के आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकती है और रिश्तों में तनाव पैदा कर सकती है।
2. टेस्टोस्टेरोन की कमी:
टेस्टोस्टेरोन पुरुषों का मुख्य यौन हार्मोन है, जो यौन इच्छा, ऊर्जा और यौन क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
लक्षण:
- थकान
- यौन इच्छा में कमी
- मांसपेशियों में कमजोरी
- मूड में बदलाव
यह कमी उम्र के साथ स्वाभाविक रूप से हो सकती है या फिर किसी मेडिकल स्थिति के कारण।
3. शीघ्रपतन (Premature Ejaculation):
यह तब होता है जब पुरुष संभोग के दौरान बहुत जल्दी स्खलित हो जाता है।
प्रमुख कारण:
- प्रदर्शन को लेकर चिंता
- भावनात्मक असंतुलन
- आत्म-संकोच
- लंबे समय तक यौन संयम
यह समस्या अक्सर मानसिक तनाव से जुड़ी होती है।
4. मानसिक और भावनात्मक कारण:
यौन क्षमता पर मानसिक स्थिति का गहरा असर पड़ता है।
मुख्य कारक:
- तनाव और डिप्रेशन
- पारिवारिक दबाव
- वैवाहिक कलह
- आत्म-संकोच या पहले के नकारात्मक अनुभव
मन और शरीर के संतुलन में गड़बड़ी यौन स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है।
5. जीवनशैली की भूमिका:
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारी जीवनशैली भी यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।
हानिकारक आदतें:
- अत्यधिक धूम्रपान
- शराब और नशे का सेवन
- अनियमित नींद
- व्यायाम की कमी
इन सबका असर सीधा हार्मोनल बैलेंस और मानसिक स्थिति पर पड़ता है।
6. दवाओं और बीमारियों का प्रभाव:
कई बार ली जा रही दवाएं जैसे कि एंटी-डिप्रेसेंट्स, ब्लड प्रेशर की दवाएं या हार्मोनल ट्रीटमेंट भी यौन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। साथ ही, कुछ बीमारियाँ जैसे प्रोस्टेट कैंसर, हाइपोथायरायडिज्म, या पुरानी किडनी की बीमारी भी यौन समस्या का कारण बन सकती हैं।
समाधान और उपचार:
- समय पर डॉक्टर से परामर्श लें
- मनोचिकित्सक या सेक्सोलॉजिस्ट से काउंसलिंग
- हार्मोन टेस्ट और आवश्यक इलाज
- जीवनशैली में बदलाव: योग, मेडिटेशन, व्यायाम
- संतुलित आहार और नींद

यौन समस्या कोई शर्म की बात नहीं है, बल्कि एक मेडिकल स्थिति है जिसे समझदारी और संवेदनशीलता के साथ संभाला जाना चाहिए। समाज को चाहिए कि वह इस पर खुलकर चर्चा करे और प्रभावित पुरुषों को सहयोग और मार्गदर्शन दे। इलाज संभव है – बस ज़रूरत है सही जानकारी और पहल की।
(इस लेख का उद्देश्य जनजागरूकता बढ़ाना है। कोई भी लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।)
यदि कोई पुरुष यौन रूप से सक्रिय नहीं हो पा रहा है या उसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन, कम यौन इच्छा, या शीघ्रपतन जैसी समस्याएं हैं, तो आयुर्वेद में इसके लिए कई असरदार और सुरक्षित औषधियाँ मौजूद हैं। नीचे कुछ प्रमुख आयुर्वेदिक दवाओं और जड़ी-बूटियों की जानकारी दी जा रही है, जो इस समस्या के इलाज में मदद कर सकती हैं:
1. अश्वगंधा (Ashwagandha)
- उपयोग: यह टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाता है, तनाव कम करता है और संपूर्ण यौन शक्ति को बेहतर बनाता है।
- कैसे लें: 1-2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण या कैप्सूल सुबह-शाम दूध के साथ लें।
2. शिलाजीत (Shilajit)
- उपयोग: यह एक शक्तिशाली रसायन है, जो वीर्य की गुणवत्ता सुधारता है, शरीर में स्टैमिना और उत्साह बढ़ाता है।
- कैसे लें: 300-500 मिलीग्राम शुद्ध शिलाजीत सुबह-शाम गर्म दूध के साथ लें।
3. कौंच बीज (Kaunch Beej)
- उपयोग: यह स्पर्म की गुणवत्ता और मात्रा दोनों को सुधारता है और यौन इच्छा में वृद्धि करता है।
- कैसे लें: 3-5 ग्राम चूर्ण या कैप्सूल सुबह-शाम दूध के साथ।
4. सफेद मूसली (Safed Musli)
- उपयोग: यह प्राकृतिक वियाग्रा के रूप में काम करती है। यौन शक्ति बढ़ाने में बेहद असरदार।
- कैसे लें: 2-3 ग्राम चूर्ण या कैप्सूल सुबह-शाम दूध के साथ लें।
5. यौन टॉनिक: “वृश्यवटी” (Vriṣyavati) / “अश्वगंधारिष्ट” / “शक्तिवर्धक पाक”
- ये आयुर्वेदिक कंपनियों द्वारा बनी संयोजित दवाइयाँ होती हैं जो संपूर्ण यौन शक्ति को बढ़ाने में मदद करती हैं।
- कैसे लें: डॉक्टर की सलाह अनुसार।
6. त्रिबंग रस, वजिकारण रस, यौन वटी
- यह क्लासिकल आयुर्वेदिक दवाएं हैं, जो आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देश में ली जाती हैं।
सावधानियाँ:
- दवाएं लेने से पहले किसी पंजीकृत आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
- शराब, धूम्रपान और तनाव से बचें।
- नियमित योग और व्यायाम करें – विशेष रूप से भुजंगासन, कपालभाति और अश्विनी मुद्रा बहुत लाभकारी हैं।
बिलकुल! नीचे मैं आपको एक साप्ताहिक यौन शक्ति बढ़ाने वाला आहार चार्ट और एक खास आयुर्वेदिक नुस्खा (पाक) दे रहा हूँ जो पुरुषों की यौन क्षमता, वीर्य की गुणवत्ता, स्टैमिना और इच्छा शक्ति को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने में मदद करता है।
साप्ताहिक यौन शक्ति बढ़ाने वाला आहार चार्ट
दिनसुबह खाली पेटनाश्तादोपहर का भोजनशाम का नाश्तारात का भोजनसोने से पहलेसोमवार 1 चम्मच शिलाजीत + दूध बादाम-केला शेक गेहूं की रोटी + पालक पनीर छुहारे + शहद मूंग दाल + घी अश्वगंधा चूर्ण + दूध मंगलवार 5 भुने हुए काले चने + 2 अंजीर अंकुरित मूंग + फल बाजरा रोटी + लौकी सब्ज़ी खजूर + नारियल पानी चावल + अरहर दाल सफेद मूसली चूर्ण + दूध बुधवार 1 चम्मच गाय का घी + गर्म पानी ओट्स + किशमिश मिक्स दालें + हरी सब्जी ड्राई फ्रूट लड्डू मसूर दाल + तवे की रोटी कौंच बीज + दूध गुरुवार तुलसी-अदरक काढ़ा + शहद दही + शहद + केला गेहूं + मैथी की सब्जी मक्खन + बादाम खिचड़ी + घी अश्वगंधा वटी शुक्रवार शुद्ध शिलाजीत + दूध मूंग दाल चिल्ला + नारियल पानी रागी रोटी + भिंडी अंजीर + अखरोट दाल तड़का + रोटी वजिकारण रस शनिवार 2 छुहारे + दूध में उबालकर सूजी उपमा + फल ज्वार रोटी + कद्दू सब्जी किशमिश + मुनक्का हल्का भोजन शिलाजीत + मूसली रविवार ब्राह्मी रसायन + दूध मेवे वाला दलिया सामान्य भोजन + हरी सब्ज़ियाँ ड्राई फ्रूट शेक खिचड़ी + दही शक्तिवर्धक पाक
विशेष आयुर्वेदिक नुस्खा: “वीर्यवर्धक पाक” (Homemade Viryavardhak Pak)
सामग्री:
- अश्वगंधा चूर्ण – 50 ग्राम
- सफेद मूसली – 50 ग्राम
- कौंच बीज चूर्ण – 50 ग्राम
- शुद्ध शिलाजीत – 10 ग्राम
- गोखरू चूर्ण – 30 ग्राम
- शुद्ध घी – 250 ग्राम
- शहद – 100 ग्राम
- खजूर (बीज निकाले हुए) – 10 नग
- काले तिल – 30 ग्राम
- मिश्री – 100 ग्राम (पिसी हुई)
विधि:
- पहले सभी चूर्ण और तिल को हल्की आंच पर 2 मिनट भूनें।
- खजूर को बारीक काटकर घी में भूनें।
- अब घी में सभी सामग्री (चूर्ण, तिल, खजूर) मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं।
- मिश्रण ठंडा होने पर मिश्री और शहद मिला दें।
- एयर टाइट डिब्बे में भरकर रखें।
सेवन विधि:
- रोज़ सुबह और रात को 1-1 चम्मच इस पाक को गर्म दूध के साथ लें।
- कम से कम 40 दिन तक नियमित सेवन करें।
लाभ:
- वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता में वृद्धि
- यौन इच्छा और स्टैमिना में सुधार
- मानसिक तनाव में कमी
- नपुंसकता, शीघ्रपतन और इरेक्टाइल डिसफंक्शन में लाभदायक