

✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सोजत (राजस्थान):
राजस्थान के अजमेर जिले के रायपुर थाना क्षेत्र के गुड़िया गांव में हुई अमानवीय घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। कुछ दिन पहले सामने आए एक वीडियो में एक युवक को जेसीबी मशीन से उल्टा लटकाकर बेरहमी से पीटा गया था। यह वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और मुख्य आरोपी तेजपाल सिंह उदावत व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया। रविवार को पुलिस ने इन आरोपियों की सार्वजनिक परेड करवाई। वहीं, इस शर्मनाक घटना को लेकर काठात समाज में भारी आक्रोश फैल गया है और अब समाज ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित युवक याकूब, सराधना गांव का निवासी है और आरोपी तेजपाल सिंह उदावत के डंपर पर चालक के रूप में काम करता था। तेजपाल को शक था कि याकूब उसके डंपर से डीजल और सीमेंट की चोरी करता है। इसी शक के आधार पर 7 अप्रैल को तेजपाल और उसके गुर्गों ने याकूब को जबरन गाड़ी में डाला और गुड़िया गांव की एक सीमेंट फैक्ट्री ले गए। वहां उसे जेसीबी मशीन से उल्टा लटकाकर डंडों से बर्बरतापूर्वक पीटा गया। मारपीट के बाद धमकियां देकर उसे छोड़ दिया गया।
वीडियो वायरल, फिर फौरन गिरफ्तारी
वीडियो वायरल होते ही पुलिस प्रशासन सतर्क हुआ। रायपुर थाना पुलिस व जैतारण के सीओ ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर तेजपाल सिंह उदावत और उसके साथी परमेश्वर को गिरफ्तार कर लिया। तेजपाल सिंह पर पहले से ही 12 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह बजरी माफिया के रूप में भी कुख्यात है। पुलिस ने उसके ब्यावर स्थित निवास की तलाशी भी ली। हालांकि, इस मामले में तीन अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
भरे बाजार में परेड, जनता में रोष
रविवार को रायपुर और पिपलिया कलां में पुलिस ने आरोपियों की सार्वजनिक परेड करवाई। यह परेड कानून का खौफ दिखाने और समाज में न्याय का भरोसा जगाने के लिए की गई। हालांकि, इस कार्रवाई से ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है।
काठात समाज में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
इस घटना ने काठात समाज को अंदर तक झकझोर दिया है। समाज के लोगों ने इसे सिर्फ एक युवक पर नहीं, बल्कि पूरे समुदाय की गरिमा पर हमला बताया है। समाज के वरिष्ठजनों ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त सजा की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। काठात समाज की बैठक में सर्वसम्मति से आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की गई।
पुलिस का बयान: जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी
पाली के पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने कहा है कि मामले की जांच प्राथमिकता से की जा रही है। फरार आरोपियों की तलाश में टीमें गठित कर दी गई हैं और जल्द ही सभी को सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं मानवता को शर्मसार करती हैं और इन पर कठोरतम कार्रवाई जरूरी है।
गुड़िया गांव की यह घटना सिर्फ एक आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि समाजिक चेतना और न्यायिक प्रणाली की अग्निपरीक्षा है। जहां एक ओर पुलिस ने तत्काल गिरफ्तारी और परेड के जरिए कड़ा संदेश दिया है, वहीं दूसरी ओर काठात समाज ने साफ कर दिया है कि अब चुप बैठने का समय नहीं रहा। इस मामले ने राजस्थान की कानून व्यवस्था और सामाजिक एकता को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है।