सोजत न्यूज़ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
बाड़मेर पुलिस ने शास्त्री नगर मोहल्ले में छापा मारकर दो कॉलेज स्टूडेंट्स से 2 करोड़ रुपए की ड्रग्स बरामद की है। इन स्टूडेंट्स पर आरोप है कि वे दो साल से पढ़ाई की आड़ में नशे का कारोबार कर रहे थे। पुलिस ने उनके पास से 987 ग्राम एमडी, 189 ग्राम अफीम का दूध, 71 हजार रुपए कैश और 11 फर्जी नंबर प्लेट जब्त की।
कैसे हुआ खुलासा?
एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि यह कार्रवाई जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन भोकाल” के तहत की गई। डीएसटी टीम को सूचना मिली थी कि शास्त्री नगर इलाके में नशे का कारोबार हो रहा है। शनिवार सुबह डीएसटी प्रभारी, कोतवाली और सदर पुलिस की टीम ने मकान पर छापा मारा।
दोनों आरोपी छात्र गिरफ्तार
पुलिस ने मौके से मनोहर लाल (19) और भरत सिंह (27) को गिरफ्तार किया।
मनोहर लाल: वेटरनरी सेकेंड ईयर का छात्र, निवासी सोमारड़ी सेड़वा (बाड़मेर)।
भरत सिंह: फार्मेसी का छात्र, निवासी धांधलों की ढाणी बाखासर (बाड़मेर)।
दोनों किराए के मकान में रहते थे और छोटी मात्रा में ड्रग्स की सप्लाई कर रहे थे।
फरार सप्लायर भाई और मुख्य सरगना
इसी मकान में अशोक और पीराराम नामक दो भाई भी रहते थे, जो मुख्य सप्लायर बताए जा रहे हैं। रेड के दौरान दोनों फरार हो गए।
मुख्य सरगना:
दिनेश: झाब थाने का 10 हजार का इनामी, 3 मामलों में वांछित। सांचौर पुलिस ने उसे अलग छापे में डिटेन किया।
भोमाराम: दूसरा सरगना, जो अभी फरार है।
मकान मालिक पर भी शिकंजा
मकान मालिक हेमराज सोनी ने पूरा मकान किराए पर दे रखा था। वह छापे के बाद से गायब है। पुलिस उसे भी ढूंढ रही है।
पुलिस की चेतावनी
एसपी ने मकान मालिकों को चेतावनी दी है कि वे अपने किरायेदारों की जानकारी नजदीकी थाने में जरूर दें। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
पुलिस का संदेश
“नशे के खिलाफ हमारी कार्रवाई जारी रहेगी। यह मामला बताता है कि समाज को सतर्क रहने और नशे की गतिविधियों के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।”
इस घटना ने बाड़मेर जिले में नशे के फैलते नेटवर्क पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की कार्रवाई ने एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है, लेकिन मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी अभी भी चुनौती बनी हुई है।