पाली से मोहम्मद ज़फर अशरफी कि रिपोर्ट।
पाली। पवित्र माहे रमजान के अवसर पर मुस्लिम समाज द्वारा शहर में इबादत और नेकियों का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में कल तीसरे मुकद्दस जुम्मे की शाम को कालु कालानी स्थित मस्जिद अल शाहबाज में रोजा इफ्तार का विशेष आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मोहल्लेवासियों सहित बड़ी संख्या में रोजेदारों ने शिरकत कर रोजा खोला और सामूहिक दुआ में हिस्सा लिया।

इफ्तार से पहले मस्जिद परिसर में माहे रमजान की फजीलत और रोजे की अहमियत पर चर्चा की गई। स्थानीय लोगों ने आपसी भाईचारे और मेल-जोल का परिचय देते हुए कार्यक्रम की व्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मस्जिद में तरह-तरह के व्यंजनों, खजूर, फल, शरबत और अन्य पारंपरिक इफ्तार सामग्री का इंतज़ाम किया गया था, जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने भाग लिया।

रोजा इफ्तार के बाद सामूहिक नमाज अदा की गई और देश में अमन, शांति, भाईचारे व तरक्की के लिए विशेष दुआ मांगी गई। दुआ में यह कामना की गई कि सभी देशवासी सौहार्दपूर्ण माहौल में रहें और समाज में एकता एवं प्रेम बना रहे और देश और तरक्की करे।

इस आयोजन की खास बात यह रही कि मोहल्ले के युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने मिलकर इसे सफल बनाने में योगदान दिया। उपस्थित लोगों ने कहा कि रमजान का महीना हमें संयम, सेवा, सद्भाव और परस्पर सहयोग का संदेश देता है, और इसी भावना से मोहल्लेवासियों ने कार्यक्रम को आयोजित किया।
मस्जिद के इमाम साहब ने भी रोजे की रूहानी ताकत और इबादत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी को नेक राह पर चलने की सीख दी। कार्यक्रम के समापन पर सभी रोजेदारों ने एक-दूसरे को रमजान के मुकद्दस जुम्मे की मुबारकबाद दी।