सद्भाव मंच, ब्यावर ने पवित्र रमज़ान माह के अवसर पर उपकारागृह ब्यावर में विचाराधीन बंदियों को बांटे फल

ब्यावर, राजस्थान।
सद्भाव मंच ,ब्यावर द्वारा पवित्र माह रमज़ान के मौके पर उपकारागृह ब्यावर में सभी विचाराधीन बंदियों को फल बांटे गए तथा मुस्लिम रोजेदार बंदियों को इफ़्तारी का सामान उपलब्ध करवाया।
इस मौके पर बंदियों को संबोधित करते हुए सद्भाव मंच के डॉ० जावेद हुसैन ने रमज़ान माह एवं रोजे की एहमियत और उद्देश्य पर बोलते हुए बताया कि रमज़ान का महीना आत्म संयम एवं खैर ख़्वाही का महीना है। रोज़े के जरिए व्यक्ति अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण करता है साथ ही सभी तरह की बुराइयों से बचने की कोशिश करता है। यह महीना बुराइयों से बचने और अच्छाइयों को पैदा करने का महीना है। उन्होंने कहा कि अधिकांश अपराध क्रोध और नशे की हालत में होते है, अतः व्यक्ति इन दो बुराइयों पर काबू पा ले तो समाज से अधिकांश अपराध समाप्त हो सकते हैं। रोज़े के द्वारा व्यक्ति इन बुराइयों पर काबू पा सकता है। रमज़ान का महीना गरीबों, मिस्कीनो ,बेवाओं, यतीमों और जरूरतमंदों की मदद करने का महीना है ।
सद्भाव मंच के संयोजक रमेश यादव ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि व्रत और उपवास किसी न किसी रूप में हर धर्म में पाए जाते है। रोज़े, व्रत और उपवास के द्वारा व्यक्ति अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण करना सीखता है और बुराइयों से बचता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह इस कारागृह में सभी धर्मों के लोग मिल जुल कर रहते हैं उसी तरह समाज में भी हम सभी को मिलजुल कर प्यार मुहब्बत से रहना चाहिए। उन्होंने सभी विचाराधीन बंदियों के लिए ईश्वर से प्रार्थना की कि वे जल्द यहां से रिहा होकर अपने परिवार जनों से मिले और सुख शांति से अपना जीवन व्यतीत करें।
अंत में जेलर अशोक पारीक ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सद्भाव मंच के सह संयोजक मुमताज़ अली, सदस्य डॉ० अरविंद माथुर तथा रमेश भी उपस्थित थे।


