नागौर जिले में विधालय क्रमोन्नत नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण – कविया
वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल समद राही के साथ पवन पहाड़िया
नागौर – अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के संस्थापक लक्ष्मण दान कविया ने नागौर जिले में विद्यालयों को क्रमोन्नत नहीं करने के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है तथा राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को उलाहना पूर्वक ज्ञापन भी प्रेषित किया है। कविया ने ज्ञापन में लिखा कि पिछले दिनों राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से पूरे प्रदेश में 56 विद्यालय क्रमोन्नत किये गये जिसमें उच्च प्राथमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं। इस निर्णयानुसार सबसे अधिक जोधपुर ज़िले को 11 विधालय क्रमोन्नत होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जबकि नागौर जिले का एक भी विद्यालय क्रमोन्नत नहीं किया गया इस निर्णय को नागौर जिले के लिए दुर्भाग्यपूर्ण ही माना जायेगा। कविया ने लिखा कि हमारे जिले के नेता बड़ी बड़ी डींगें हांकते है लेकिन जब जिले के विकास की बात आती है तब वो चुप्पी साध लेते हैं। नागौर जिले के प्रति सरकार का सौतेला व्यवहार हमारे नेता की भी उदासीनता का द्योतक है।कविया ने ज्ञापन में लिखा कि राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग के सौतेले व्यवहार रूपी इस निर्णय से जिले वासियों को बहुत ठेस पहुंची है । इसलिए अब यह जरूरी हो गया है कि राजस्थान सरकार का शिक्षा मंत्रालय अपनी भूल सुधार करते हुए ज़िले में शीघ्रताशीघ्र विद्यालय क्रमोन्नत करने का श्रेय एवं प्रेय कार्य करें।