✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा


सोजत रोड, 2 जून 2025 – भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) एवं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत आज सोजत रोड पर एक व्यापक कृषि जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि के विविधीकरण, उन्नत तकनीकों के प्रचार-प्रसार तथा किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस जानकारी देना रहा।
🌿 बागवानी और उच्च मूल्य फसलों पर जोर
कार्यक्रम के दौरान सीनियर वैज्ञानिक डॉ. विजय सिंह मीणा (काजरी) ने बागवानी फसलों एवं उच्च मूल्य वाली सब्जियों के उत्पादन की वैज्ञानिक विधियों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि किसान पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर लाभकारी फसलों की ओर कदम बढ़ाएं। डॉ. मीणा ने ड्रिप सिंचाई, ग्रीनहाउस तकनीक और संवेदनशील फसल प्रबंधन जैसे विषयों को सरल भाषा में समझाया।
🌾 जैविक खेती और कीटनाशकों के न्यूनतम उपयोग पर बल
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. अरविंद सिंह तेतरवाल ने किसानों को जैविक खेती की ओर प्रेरित करते हुए बताया कि रसायनों का अत्यधिक उपयोग न केवल फसलों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि भूमि की उर्वरता और मानव स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है। उन्होंने जैव उर्वरक, नैचुरल पेस्ट कंट्रोल और गौ आधारित खेती की विधियों को अपनाने की सलाह दी।
🧪 मृदा परीक्षण और पोषण वाटिका की जानकारी
डॉ. ऐश्वर्या ड्यूटी ने मृदा परीक्षण की महत्ता को रेखांकित करते हुए बताया कि बिना मिट्टी की जांच के फसल का चयन करना किसानों को घाटे में डाल सकता है। उन्होंने पोषण वाटिका (Nutrition Garden) की अवधारणा को विस्तार से समझाया और ग्रामीण परिवारों में स्वस्थ भोजन की दिशा में इसे एक मजबूत कदम बताया।
📋 योजनाओं की जानकारी और सरकारी सहयोग
डॉ. रामलाल कुमावत ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, फसल बीमा योजना आदि की विस्तृत जानकारी दी और किसानों से आह्वान किया कि वे इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
🤝 विभागीय अधिकारियों की सहभागिता
इस कार्यक्रम में राजश्री श्रीमाली (सहायक कृषि अधिकारी) एवं दिलीप सिंह लखावत (उद्यान विभाग) ने भाग लेते हुए किसानों को औद्यानिक मिशन, फल-सब्जी प्रोसेसिंग यूनिट, और उन्नत पौधारोपण तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया।
कृषि पर्यवेक्षक हिमानी ने फसल चक्र, बीज उपचार, कीट प्रबंधन जैसी तकनीकी जानकारियों को सरल भाषा में समझाकर उपस्थित किसानों को लाभान्वित किया।
✅ किसानों में दिखा उत्साह
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए और उन्होंने विशेषज्ञों से प्रश्न पूछकर जिज्ञासाओं का समाधान भी पाया।
कृषि आधारित नवाचार, कम लागत में अधिक उत्पादन, और सरकारी योजनाओं से जुड़ाव जैसे विषयों पर विशेष रुचि देखने को मिली।
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राष्ट्रीय विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत आयोजित यह कार्यक्रम किसानों के लिए ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक और विकासोन्मुखी सिद्ध हुआ। कृषि क्षेत्र में तकनीकी जानकारी और जैविक तरीकों के समावेश से ही भारत का किसान सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर बन सकेगा।