
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सोजत (पाली), 8 जून।
पाली जिले के सोजत उपखंड क्षेत्र स्थित खोखरा गांव में शुक्रवार को खेत में काम करते समय करंट लगने से दो ग्रामीणों की मौके पर ही मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे के बाद से गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। परिजनों और ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए, मुआवजे की मांग को लेकर उपखंड कार्यालय और सोजत कार्यालय के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जो अब तक जारी है।
⚡ खेत में करंट से मौत का मामला: कैसे हुआ हादसा
घटना शुक्रवार दोपहर की है, जब भुराराम सिरवी और भंवरलाल सिरवी, दोनों निवासी खोखरा गांव, खेत में कार्य कर रहे थे। खेत के ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन के जर्जर तारों में लीकेज की वजह से खेत में करंट फैल गया। उसी दौरान दोनों व्यक्ति इसकी चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि खेत में से गुजर रही बिजली लाइन कई वर्षों से जर्जर हालत में है, जिसकी मरम्मत के लिए बार-बार शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
🚨 मौके पर पहुंचा पुलिस जाब्ता, जांच शुरू
घटना की सूचना मिलते ही चांडावल थाने के एसएचओ किशनाराम विश्नोई मय पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और प्राथमिक जांच शुरू की।
ग्रामीणों ने बिजली विभाग की टीम को भी मौके पर बुलाकर जवाबदेही तय करने की मांग की।
🪦 गांव में मातम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
दोनों मृतक अपने-अपने परिवारों के कमाऊ सदस्य थे। भुराराम सिरवी और भंवरलाल सिरवी की असामयिक मौत ने परिवारों को गहरे दुख में डाल दिया है। परिजनों का कहना है कि अगर बिजली विभाग समय रहते ध्यान देता, तो आज यह हादसा नहीं होता।
📢 प्रदर्शन की चिंगारी: उपखंड कार्यालय से कार्यालय तक
आज सुबह सैकड़ों ग्रामीण मृतकों के परिजनों के साथ उपखंड कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने बिजली विभाग और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
उनकी प्रमुख मांगें हैं:
- प्रत्येक मृतक के परिवार को ₹50 लाख का मुआवजा
- परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी
- बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई
प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों का समूह सोजत ओपन कार्यालय पहुंचा, जहां उन्होंने फिर से धरना शुरू किया। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी बातचीत में जुटे हुए हैं।
🏢 प्रशासन की प्रतिक्रिया: जांच के बाद होगी कार्रवाई
उपखंड अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए बिजली विभाग की तकनीकी टीम को जांच के आदेश दिए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तकनीकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और सहयोग करने की अपील की है।
⚠️ बिजली विभाग पर लापरवाही का गंभीर आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि खेतों के ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज लाइन कई सालों से जर्जर हालत में थी, और कई बार शिकायत के बावजूद मरम्मत नहीं की गई।
यह हादसा बिजली विभाग की सीधी लापरवाही का परिणाम है। अब ग्रामीणों की मांग है कि ऐसी सभी जर्जर लाइनों की तुरंत मरम्मत हो ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।