वरिष्ठ पत्रकार चेतनजी व्यास के साथ अकरम खान कि विशेष रिपोर्ट।
जैसे ही शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देशानुसार 17 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा हुई, स्कूलों में बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे। प्रचंड गर्मी के बीच विद्यालयों में बच्चों के हाल बेहाल थे, जिससे छुट्टियों की अभिलाषा और भी तीव्र हो गई थी। बच्चों में ननिहाल, ददिहाल और अन्य रिश्तेदारों के यहां जाने की उमंग स्पष्ट झलक रही थी।
शुक्रवार को विद्यालयों में मेगा पीटीएम एवं अंतिम कार्य दिवस के चलते शिक्षकों की व्यस्तता चरम पर रही। विभागीय डाक, प्रपत्रों की पूर्ति और छात्रों को परीक्षा परिणाम देने का कार्य प्रमुख रूप से संपन्न हुआ। बच्चों में परीक्षा परिणाम को लेकर उत्साह इतना अधिक था कि वे सुबह स्नान कर अपने अभिभावकों के साथ विद्यालय पहुंचे और परिणाम प्राप्त कर एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी साझा की।
वहीं सीबीईईओ दलपत सिंह सांखला, एसीबीईईओ प्रथम जयदेव शर्मा और द्वितीय मोहम्मद रफीक ने सभी संस्था प्रधानों को निर्देशित किया कि विद्यालय छोड़ने से पूर्व सभी दस्तावेजों का निष्पादन, कक्षा-कक्षों की बिजली व्यवस्था सुनिश्चित करें तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई पक्षी कक्षा में बंद न रह जाए।
राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में यूसीईईओ श्रीमती श्यामा चारण ने अधीनस्थ विद्यालयों को समयबद्ध कार्यों के लिए शुभकामनाएं दीं। मगरिया बेरा उच्च प्राथमिक विद्यालय में संस्था प्रधान अशोक कुमार सोनी ने बच्चों का मुंह मीठा करवाया।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय क्रमांक 2 में पूरण सिंह राजपुरोहित एवं जया चितारा ने परीक्षा परिणाम कार्ड वितरित किए। अध्यापक रमेश चौहान ने अभिभावकों से बच्चों को पढ़ाई से निरंतर जुड़े रखने एवं घर की छतों पर परिंडे रखने का आह्वान किया।
चेतन व्यास एवं भंवर सिंह राठौड़ ने विद्यालय में नामांकन बढ़ाने हेतु अभिभावकों से पास-पड़ोस के बच्चों को विद्यालय से जोड़ने की अपील की। वहीं राजकीय प्राथमिक विद्यालय क्रमांक 4 की संस्था प्रधान सुमन हलकिया ने भी बच्चों को मिठाई खिलाकर छुट्टियों की शुभकामनाएं दीं।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिलाडिया गेट में संस्था प्रधान जगदीश चंद्र, सुरेश मेवाड़ा, पंकज सैन एवं आशा राजपुरोहित ने छात्रों से ग्रीष्मकालीन अवकाश के लिए दैनिक दिनचर्या चार्ट बनाने और समय का सदुपयोग करने की अपील की।
उल्लेखनीय है कि 21 जून को विश्व योग दिवस पर अध्यापक एवं छात्रों को विद्यालय बुलाकर योगाभ्यास कराया जाएगा।
विद्यालयों की ओर से यह सुनिश्चित किया गया है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश का समय छात्र अपने सर्वांगीण विकास और स्वास्थ्य लाभ के लिए सही दिशा में प्रयोग करें।